Monsoon : गुजरात और महाराष्ट्र के बाद उत्तर भारत में बारिश का तांडव, दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से पार!
देवनाथ पान्डेय
New Delhi – इस वक्त पूरे देश में मानसून ने
दस्तक देकर हाहाकार मचा दिया है कई राज्यों में तो ये बारीश अब काल का रूप ले चुकी
है हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड में तो रेड अलर्ट डारी किया गया है पहाड़ दरक रहे
है..पर्यटको को ऐसी जगहों पर जाने से मना कर दिया है उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में बारिश ने
तीन दिन से जमकर कहर बरपाया है। कई राज्यों में तो पुल ताश के पत्तों की तरह बिखर
गए हैं। गाडिय़ां कागज की नावों की तरह तैर रही हैं। पूरब से लेकर पश्चिम तक और
उत्तर से लेकर दक्षिण तक शहरों ने मानों झील का रूप ले लिया है, भारी बारिश से जूझ रहे इन
प्रदेशों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ
और सेना की टुकडिय़ां राहत और बचाव कार्य के लिए उतरी हैं।
देश का रजधानी
दिल्ली भी इस बार खतरे में
राजधानी
दिल्ली से भी भारी बारिश के चलते लगातार डराने वाली तस्वारें निकल कर सामने आ रही
है….दिल्ली में बहने वाली यमुना नदी पूरे उफान पर है खतरे के निशान को भी लांघ
चुकी है। मंगलवार शाम छह बजे तक नदी का जलस्तर 206.67 मीटर दर्ज किया गया। पिछले आठ
घंटों में यमुना का जलस्तर 33 सेंटीमीटर बढ़ा है। 1978 में हाईएस्ट 207.49 मीटर तक गया था।
सामान्य से
जादा बारिस सबसे बड़ी वजह
देश की
राजधानी दिल्ली समेत देश के कराब 10 राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। मौसम
विभाग के मुताबिक दिल्ली में बारिश ने पिछले 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 8
जुलाई के को दिल्ली के सफदरजंग में रिकॉर्ड 153 एमएम बारिश हुई थी। कहा जा रहा है
की इससे पहले 1982 में एक दिन में इतनी बारिश हुई थी।तो वहीं पंजाब और हरियाणा में भी हो रही बारिश के कारण हथिनी कुंड
बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। सोमवार को 3 लाख क्यूसेक पानी हथिनी कुंड
बैराज से ओचड़ा गया जिसके बाद दिल्ली की यमुना नदी खतरे के निशान से उपर की तरफ बढ़
रही है, एक तो आसमानी बारिश और दूसरा ङथिनी कुंड बैराज से लातार पानी का आना
दिल्ली वासियों के लिए खतरा बना हुआ है जिससे की यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा
है
अभी भारी बारिश से नहीं मिलेगी राहत
मौसम बिभाग
के के वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर भारत में आने वाले समय में भी अभी राहत मिलने
के आसार नहीं हैं। आईएमडी ने ताजा चेतावनी करते हुए उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट
जारी किया गया है। इसके अलावा भी उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश की
भविष्यवाणी की गई है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर
में भी राहत के आसार नहीं हैं।
श्री अमरनाथ यात्रा फिर बहाल, जम्मू बेस कैंप से रवाना हुए 4665 श्रद्धालु
तो वही भारी बारिश के बीच जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के बंद
होने के कारण स्थगित की गई अमरनाथ यात्रा तीन दिन बाद मंगलवार दोपहर स्थानीय आधार
शिविर से फिर से शुरू कर दी गई। अधिकारियों का कहना है की रामबन खंड पर मरम्मत
कार्य को लेकर राजमार्ग बंद कर दिया गया था… लगातार बारिश के कारण राजमार्ग कई जगहों
पर क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे
मरम्मत के बाद खोल दिया गया है। अधिकारीयों के मुतताबिक इस बार 4665 तीर्थयात्रियों के एक नए जत्थे को
अमरनाथ गुफा मंदिर की आगे की यात्रा के लिए कश्मीर की ओर जाने की मंजूरी दे दी गई
है।
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